Ganne Ki Kheti Kaise Karen: गन्ने की खेती लाभदायक व्यवसाय में से एक माना जाता है। गाना मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय और उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्र में ज्यादा होता है। गन्ने का उपयोग से चीनी गुड़ एथेनॉल के साथ-साथ अन्य का आई पद्धति का निर्माण किया जाता है। इतना ही नहीं अधिकांश जगहों पर गाने का जूस काफी फेमस है और लोग इसे पीना पसंद करते हैं।
ऐसे में गन्ने की खेती करना काफी लाभदायक हो सकता है। गन्ने की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु और मिट्टी होना चाहिए इसके अलावा बुवाई खटाई सिंचाई तथा अन्य पहलुओं के बारे में जानना होगा। अगर आप बेहतर तरीके से गन्ने की खेती करना चाहते हैं तो आप लोगों को इस लेख में गन्ने की खेती से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। Ganne Ki Kheti Kaise Karen
इस लेख में दी गई जानकारी आपको गन्ने की खेती करते वक्त काफी मदद करेगा। गन्ने की खेती के लिए सबसे उपयुक्त मिट्टी दोमट मिट्टी माना जाता है। लेकर माध्यम से गन्ने की खेती को लेकर सारा जानकारी दिया गया है। इस लेख के अंत तक बन रहे।
Ganne Ki Kheti Kaise Karen: Overview
Category | Blog |
Topic | Agricultural |
Article | Name |
Article Language | Hindi |
फसल का नाम | गन्ना (Sugarcane) |
उपयुक्त जलवायु | गर्म और आर्द्र जलवायु |
उपयुक्त मिट्टी | दोमट मिट्टी |
मिट्टी का pH मान | 6.0 से 7.5 के बीच होना चाहिए |
बुवाई की विधि | नाली विधि |
बुवाई का समय | फरवरी-मार्च (वसंत ऋतु) और अक्टूबर-नवंबर (शरद ऋतु) |
गन्ने की खेती कैसे करें(Ganne Ki Kheti Kaise Karen): गन्ने की खेती करने के लिए पूरी जानकारी हिंदी में पढ़ें।
इस लेख में आप सभी पाठकों का स्वागत है। यह लेख उन किसान भाइयों के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है जो गन्ने की खेती करने से संबंधित जानकारी पाना चाहते हैं। गन्ने की खेती एक बहुत ही लाभकारी व्यवसाय है क्योंकि गन्ने की खेती से चीनी, गुड़ जैसे महंगे खाद्य पदार्थों का निर्माण किया जाता है।
गन्ने की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु और मिट्टी होना चाहिए। गन्ने की खेती के लिए एक उन्नत बीज, बेहतर उर्वरक, गन्ने की रोपाई के लिए सही समय, समय पर सिंचाई और कई महत्वपूर्ण बातों का ध्यान देना पड़ता है। एक में लिए गन्ने की खेती से संबंधित जानकारी आपके साथ साझा करते है।
गन्ने की खेती करने के लिए आदर और गर्म जलवायु उपयुक्त होती है। तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए तभी गाने की खेती किया जा सकता है। गन्ने की खेती से संबंधित पूरी जानकारी निम्नलिखित बिंदुओं का माध्यम से बताया गया है।
गन्ने की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु
दोस्तों गन्ने की खेती करने के लिए गर्म और आदर जलवायु होना चाहिए। गन्ने की खेती के लिए 20 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान होना चाहिए। गन्ने की खेती उन एरिया में ज्यादा होता है। जहां 150 से 200 सेंटीमीटर के बीच वर्षा होती है। सिंचाई की सुविधा होने पर कम वर्षा वाले क्षेत्रों में भी गन्ने की खेती किया जा सकता है।
गन्ने की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी
दोस्तों गन्ने की फसल की उपज अच्छी होने के लिए एक उपयुक्त मिट्टी का होना बहुत जरूरी है। इसमें जल का निकास अच्छा होता है। गन्ने की खेती के लिए मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए।
गन्ने बुवाई के लिए खेत तैयार करना
दोस्तों गन्ने की खेती के लिए गहरी जुताई की आवश्यकता होती है। मिट्टी को एकदम भुरभुरा बना लेना चाहिए। उसके बाद जैविक खाद (गोबर की खाद) या रासायनिक उर्वरक ( नाइट्रोजन फॉस्फोरस, पोटेशियम) का उपयोग करें। के बाद खेतों को समतल बनाकर नालिया बनाए ताकि सिंचाई आसानी से की जा सके। कारी के मुताबिक गन्ने की बुवाई के लिए नाली 60 से 90 सेंटीमीटर की दूरी पर तैयार करें।
उन्नत किस्म के बीज का चयन तथा बुवाई
गन्ने की खेती के लिए एक उन्नत किस्म का गन्ने के बीज का चयन करें। इस स्वस्थ और रोग मुक्त होना चाहिए। करने के बीज को तैयार करने के लिए स्वस्थ गन्ने के ऊपरी 1/3 भाग का उपयोग करें। गन्ने के तीन कालिका वाले टुकड़ों में काटे और इसे बीज के रूप में उपयोग करें।
गन्ने की सिंचाई
गन्ने की खेती के लिए 150 से 200 सेंटीमीटर वर्षा की आवश्यकता होती है। अगर सिंचाई का साधन है तो कम वर्षा वाले क्षेत्रों में गन्ने की खेती की जा सकती है। गर्मी के दिनों में 7 से 10 दिन के अंतराल पर गन्ने की सिंचाई करें एवं सर्दियों के दिन में 15 से 20 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करना चाहिए।
खरपतवार नियंत्रण करना
गन्ने की खेती में आपको निराई गुड़ाई विधि के द्वारा भाई के 25 से 30 दिन बाद पहले निराई करना चाहिए। इसके अलावा आपको बता दे की पेंडिंग मिथाइलिन का छिड़काव बुवाई के तुरंत बाद ही करना चाहिए।
गन्ने में लाल सड़न, उकठा रोग, चूर्णिल आसिता जैसे रोग गन्ने को प्रभावित करते हैं। रोग रोधी किस्म का चयन करें और फुफंद नाशक का उपयोग करें। इसके अलावा दीमक, गन्ना बोरर जैसे कीट से बचने के लिए कीटनाशक का उपयोग करना चाहिए।
कटाई का समय
दोस्तों आपको बता दे की गन्ने की फसल 10 से 12 महीने में तैयार हो जाती है। कटाई करते समय गन्ने के ऊपरी हिस्से को काट दे और पत्तियों को हटा दें। कटाई करने के तुरंत बाद चीनी मिल या बाजार में भेज दें।
सारांश
अगर आप गन्ने की खेती करना चाहते हैं आप लोगों के लिए यह आर्टिकल बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस लेख को पढ़ने के बाद आप गन्ने की खेती से संबंधित पूरी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। गन्ने की खेती करना सीखना चाहते हैं तो आप इस लेख को पढ़ें और अच्छा लगा हो तो आप इसे अपने दोस्तों में भी शेयर करें।
UP Police Constable Exam Pattern 2025: यूपी पुलिस कांस्टेबल नया परीक्षा पैटर्न यहां देखें